श्री महावीर योग प्राकृतिक चिकित्सा एवं शोध संस्थान :
क्षेत्र कमेटी द्वारा वर्ष 1986 में श्री महावीरजी में श्री महावीर योग प्राकृतिक चिकित्सा एवं शोध संस्थान की स्थापना की गई थी। संस्थान में इस समय अनुभवी चिकित्सक द्वारा विभिन्न रोगों-विशेष रूप से उदर विकार, अम्ल विकार, अल्सर, मधुमेह, रक्तचाप, चर्म रोग, गठिया, स्नायु, गर्दन व रीढ़ की हड्डी पर सूजन, पक्षाघात की प्रारम्भिक अवस्था, दमा आदि अनेक रोगों की सफल चिकित्सा की जाती है । प्राकृतिक चिकित्सा के साथ फीजियोथेरेपी, एक्यूप्रेशर, एक्यूपंचर तथा आधुनिक पैथोलोजिकल टेस्टों की व्यवस्था भी है।
संस्थान में रहकर उपचार कराने वालों के लिए अलग अलग दैनिक सहयोग राषियॉ निर्धारित है । इसमें आवास, भोजन व उपचार की व्यवस्था शामिल है । आर्थिक रूप से असमर्थ रोगियों के निःशुल्क उपचार किये जाने का भी प्रावधान है। संस्थान में आवास, उपचार, भोजनशाला, झूले, इनडोर गेम्स, टीवी, पुस्तकालय, वाचनालय, जनरल वार्ड, काटेज वार्ड की बहुत सुन्दर व्यवस्था है । चिकित्सालय में इलाज कराने वाले व्यक्तियों के लिए परिसर में ही अच्छा वाक-वे भी बना दिया गया है ।
श्री महावीर दिगम्बर जैन आयुर्वेदिक औषधालय :
दिगम्बर जैन अतिषय क्षेत्र श्री महावीरजी की ओर से श्री महावीरजी में वर्ष 1930 से यात्रियों एवं जनसाधारण तथा त्यागी-व्रतियों के लिए श्री महावीर दिगम्बर जैन आयुर्वेदिक औषधालय चलाया जा रहा है । औषधालय में बहुत ही योग्य चिकित्सक एवं तकनीकी स्टॉफ कार्यरत हैं ।
श्री वर्धमान रसायनशाला :
श्री महावीरजी में क्षेत्र की ओर से श्री वर्धमान रसायनषाला कीर्ति आश्रम परिसर में संचालित है । रसायनषाला में योग्य चिकित्सक जिनको दवाईयॉ बनाने का अनुभव है, कार्यरत है । यहॉ च्यवनप्राश, द्राक्षावलेह, ब्रह्मरसायन, अर्कवटी, अम्लक्यादिवटि एवं विभिन्न प्रकार के चूर्णो का भी उत्पादन होता है । आयुर्वेदिक औषधालय में रोगियों को दी जाने वाली अधिकांष दवाइयॉ यहॉ पर तैयार की जाती है । क्षेत्र द्वारा संचालित उपभोक्ता भण्डार में बिक्री योग्य दवाईयॉ लागत मूल्य पर जनसाधारण के लिए उपलब्ध हैं । रसायनषाला में भी आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा रोगियों का उपचार किया जाता है ।
श्रीमती चन्द्रावली सिद्धोमल जैन अस्पताल एवं प्रसूति गृह :
श्रीमती चन्द्रावली सिद्धोमल जैन अस्पताल एवं प्रसूति गृह का औपचारिक उद्घाटन दिनांक 21-3-1996 को राज्य के तत्कालीन स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री राजेन्द्रसिंह राठौड़ के द्वारा किया गया था । क्षेत्र द्वारा संचालित इस अस्पताल के लिए मैसर्स सिद्धोमल जैन एण्ड सन्स दिल्लीवालों ने उल्लेखनीय आर्थिक सहयोग प्रदान किया। अस्पताल में इस समय एक गायनोलोजिस्ट, फीजिषियन चिकित्सक कार्यरत है । अस्पताल में अंतरंग व बहिरंग रोगियों की चिकित्सा के अतिरिक्त विशेष रूप से प्रसूति सेवाऐं उपलब्ध कराई जा रही है । अस्पताल में रोगियों की जॉच व टैस्ट की सुविधाऐं भी उपलब्ध हैं । 11 वर्ष पूर्व बडजात्या फेमिली चेरीटेबल ट्रस्ट, मुम्बई द्वारा अस्पताल के लिए नई एम्बुलेंस प्रदान की गई थी । गम्भीर रोगियों को लाने व ले जाने के लिए एम्बुलेन्स काम आती है । मैसर्स सिद्धोमल जैन चेरिटेबल ट्रस्ट दिल्ली के आर्थिक सहयोग से एक डायग्नोस्टिक सेन्टर (निदान केन्द्र) भी चल रहा है, जिसमें एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउण्ड मशीन, आटो एनेलाइजर आदि जॉच के उपकरण/मशीने उपलब्ध हैं । यह अस्पताल एवं प्रसूति गृह श्री महावीरजी व उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय निवासियों विषेषकर महिलाओं और बच्चों तथा क्षेत्र में आने वाले यात्रियों को चिकित्सा सुविधाऐं उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र :
राज्य सरकार द्वारा श्री महावीरजी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थापना की स्वीकृति प्रदान की थी और इस हेतु भवन निर्माण के लिए 04 बीघा भूमि की आवष्यकता थी । श्री महावीरजी में कोई सरकारी भूमि इसके लिए उपलब्ध नहीं थी । जनता की सुविधार्थ प्रबन्धकारिणी कमेटी द्वारा अपने स्वामित्व की तथाकथित पत्थरगढी वाली भूमि में से 04 बीघा जमीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण के लिए राज्य सरकार को समर्पित की है । इस केन्द्र का नाम ‘‘भगवान महावीर राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र’’ रखा जायेगा ।